मोगा/संजीव कुमार अरोड़ा
राज्य की प्रमुख शिक्षण संस्था आई.एस.एफ.कॉलेज आॅफ फामेर्सी में अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर डा.शमशेर सिंह, डा. संत कुमार वर्मा, डा. मनीष कुमार ने व्याख्यान दिया एवं छात्रों से अपील की कि प्लास्टिक बैग का उपयोग न करे, ताकि वातावरण के साथ-साथ दैनिक जीवन में बढ़ रही बीमारियों से भी निधान पाया जा सके। आई.एस.एफ.सी.पी.आऱ के प्रिंसिपल डा. आर.के.नारंग ने बताया कि प्लास्टिक बैगों में जो खाना लगा रहता है उसको फेंक देते हैं, जिसको पशु अपना आहार मानकर खा लेते हैं, क्योंकि कई बार उनकी श्वास नली में फंस जाता है। जिसके कारण मौत भी हो जाती है। इसके साथ-साथ जानवरों को कई बीमारियां इसके कारण हो रही है। संस्था के डायरेक्टर डा.जी.डी.गुप्ता ने बताया कि प्लास्टिक कण को प्रथम बार हृदय में पाया गया। इसका अभिप्राय है कि प्लास्टिक के छोटे कण जीवन के लिए बहुत घातक है। यहां तक कि कैंसर जैसी बीमारियों में अहम रोल अदा कर रहे हैं, जो कि मानव जीवन के लिए बहुत ही कष्टदायक एवं इसके निवारण को करना मुश्किल हो जाएगा। समय आ गया है कि भूजल, वातावरण, वनस्पति, जीव-जंतु जो कि मनुष्य के जीवन का अहम अंग है को जीवित रखना है व जीवन को स्वस्थ रखना है तो प्लास्टिक मुक्त जीवन अपनाना होगा। इसके लिए राज्य सरकार व भारत सरकार कार्य कर रही है। परंतु प्रत्येक नागरिक की जिम्मेवारी है कि प्लास्टिक का उपयोग न करें। इस मौके पर स्लोगन के द्वारा संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन हार्दिक कुमार, नवनीश एवं किरणदीप कौर ने बड़े बखूबी ढंग से किया।