मोगा में राज्य की पहली प्लांट क्लीनिक कम भूमि जांच प्रयोगशाला का कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डिया ने किया शुभारंभ


एसपीरेशनल डिस्ट्रिक प्रोग्राम के तहत 1 करोड़ 35 लाख रुपए की लागत से मुकम्मल हुआ प्रोजेक्ट


मिट्टी से संबंधित 70 तरह के टेस्ट व अन्य बीमारियों की जांच एक छत्त के नीचे होगी


पंजाब सरकार ने फसलों की बचत से निपटने के लिए बजट को 350 करोड़ से 500 करोड़ रुपए बढ़ाया

मोगा/संजीव कुमार अरोड़ा

पंजाब सरकार के विशेष प्रयासों से नीति आयोग द्वारा मिली ग्रांट के साथ मोगा में पंजाब का पहला प्लांट क्लीनिक कम भूमि जांच  प्रयोगशाला स्थापित की गई है। एसप्रीरेशनल डिस्ट्रिक प्रोग्राम के तहत यह प्रोजेक्ट 1 करोड़ 25 लाख की लागत से तैयार किया गया है। इस प्लांट क्लीनिक  का शुभारंभ आज खेतीबाड़ी एवं किसान भलाई विभाग पंजाब के मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डिया ने जिले के गांव दुन्नेके में किया। इस मौके पर बातचीत करते हुए  कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डिया ने कहा कि इस प्लांट क्लीनिक में आई.सी.पी.ओ.ई.एस मशीन जो कि अमेरिका की बनी हुई है, स्थापित करने के अलावा  कीड़े मकौड़े से बीमारियों के लाइवव सैंपल, डिजीटल माईक्रोस्कोप, डबल डिसलिटड वाटर मशीन आदि होंगे। यह आधुनिक मशीन जमीन में मौजूद सारे  तत्वों का अध्ययन  करने की सर्मथा रखती है। जमीनी तत्वों के अलावा जमीन की गुणवत्ता आदि की रिपोर्ट भी देगी। जिससे अधिक खादों, स्प्रे के प्रयोग करने  से बचा जा सकेगा। जिसके नतीजे तहत किसानों की आर्थिकता को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट केन्द्र सरकार द्वारा नीति आयोग द्वारा प्राप्त  राशि से किसानों की सुविधा के लिए मोगा जिले के अवार्ड के तौर पर दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसानी को मौजूदा समय  के काबिल बनाने के लिए  जहां आधुनिक तकनीकी ज्ञान का होना जरूरी है। वहीं जमीन में खुराकी तत्वों के अध्ययन का होना भी अति जरूरी है। जमीन की भौतिक व रसायणिक  गुणवत्ता का पता होने के साथ-साथ जमीन में मौजूद सारे तत्व की जानकारी हासिल करके संतुलित खादों व अन्य स्प्रे का प्रयोग करके किसान की आर्थिकता  को ऊंचा उठाया जा सकें। उन्होंने बताया कि 1 करोड़ 25 लाख  रुपए की लागत से तैयार हुआ यह प्लांट क्लीनिक व अति आधुनिक भूमि जांच प्रयोगशाला  में एक घंटे में 30 से अधिक मिट्टी के सैंपल  जांच किए जा सकेंगे। यह सैंपल किसानों तके लिए मुफ्त किए जाया करेंगे। इस आधुनिक तकनीक से मशाीन  द्वारा जमीन के मध्य सारे तत्वों का अध्ययन करके किसानों को ठीक उसी तरह ही सलाह दी जाएगी जैसे कि मानवीय डाक्टर बीमार पौधों की जांच  करके  अपनी सलाह किसानों को  देंगे। उन्होंने कहा कि अब हमारे किसानों को अपने खेतों की मिट्टी जांच करवाने के लिए राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं है।  एक छत्त के नीचे 70 से अधिक टैस्ट व डायगोनिसिस किए जाएंगे। उन्होंने खेतीबाड़ी अधिकारियों को हिदायत दी कि वह खेतों में जाकर किसानों को इस  सुविधा बारे जागरूक करें। उन्होंने कहा कि आने वाले सीजन दौरान फसलों की बचत प्रबंधन के लिए 350 करोड़ से बढ़ाकर 500 करोड़ रुपए कर दिया  गया है। इस मौके पर हलका विधायक मोगा डा. अमनदीप कौर अरोड़ा, विधायक अमृतपाल सिंह सुखानंद ने भी किसानों को संबोधित किया तथा पंजाब  सरकार व कैबिनेट मंत्री का विशेष तौर पर धन्यवाद किया। इस मौके पर मेयर बलजीत सिंह चानी, ए.डी.सी. जगविंदरजीत सिंह ग्रेवाल, सहायक कमिश्नर  शुभी आंगरा, मुख्य कृषि अफसर डा. जसविंदर सिंह बराड़, हरजिंदर सिंह रोडे चेयरमैन मार्केट कमेटी मोगा उपस्थित थे।

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